केंद्र की अखिल भारतीय सेवाओं एवं राजस्थान की राज्य, अधीनस्थ, मंत्रालयिक एवं अन्य सेवाओं के रिक्त पदों के लिए आयोजित होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं के 'सामान्य ज्ञान और सामान्य अध्ययन' प्रश्न पत्र में सामान्य विज्ञान, इतिहास, कृषि, वाणिज्य एवं राजस्थान की कला, संस्कृति, परंपरा एवं विरासत विषयक प्रश्न पूछे जाते हैं।
राजस्थान की कला, संस्कृति, परंपरा एवं विरासत संबंधित प्रश्न 'राजस्थान के प्रचलित लोक नृत्य' पुस्तक से पूछे जाते हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग लेने वाले परीक्षार्थी इस पुस्तक का एक बार अध्ययन कर लेते हैं। वे कला, संस्कृति, पंरपरा व विरासत संबंधित सभी प्रश्नों के उत्तर आसानी से दे सकते हैं। अतः प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले परीक्षार्थियों के लिए यह पुस्तक अतयंत उपयोगी है।
मैंने राजस्थान के राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय सम्मानित लोक नृत्य कलाकारों, लोक गायकों एवं लोक वाद्य यंत्र विशेषज्ञों से उनके घर आंगन, चौपाल एवं गाँव में उनके साथ बैठकर, उनसे साक्षात्कार कर इस पुस्तक का लेखन किया है। इस पुस्तक में लोक नृत्य, लोक गायन, लोक वादन एवं लोक वाद्य यंत्रों को मनमोहक चित्रों के माध्यम से संकलित किया है।
प्रतियोगी परीक्षाओं के परीक्षार्थी इन पुस्तकों को प्राप्त कर कला, संस्कृति, परंपरा एवं विरासत संबंधित प्रश्नों का प्रत्युत्तर आसानी से देकर अपना भविष्य संवार सकते हैं।
राजस्थान के प्रचलित लोकनृत्य | Rajasthan ke Prachalit Lok Nritya
Author
Pannalal Meghwal
Publisher
Rajasthani Granthagar
No. of Pages
152