मंजुला : नव सृजन के रंग - २०२४ | Manjula : Colors of New Creation - 2024
- Kitabeormai Publications
- Aug 2, 2024
- 3 min read
Updated: Sep 19, 2024

हिंदी में
प्रिय युवा कवि / लेखक,
क्या आपके पास कविता या कहानी के रूप में कहने के लिए कोई अनोखी बात है? हमारी वार्षिक पुस्तके नए कवियों और कहानीकारों की अद्वितीय रचनाओं के लिए मंच प्रदान करती हैं।
हम आपको आमंत्रित करते हैं कि अपनी कहानियाँ / कविताएँ हमें भेजें! सर्वश्रेष्ठ कृतियों का चयन होगा और उन्हें हमारे वार्षिक संकलन में प्रकाशित किया जाएगा।
पुरस्कार:
सर्वश्रेष्ठ कृति के शीर्षक को पुस्तक का शीर्षक बनाया जाएगा।
चयनित लेखकों को सम्मान पत्र से सम्मानित किया जाएगा।
आवश्यक विवरण:
आयु सीमा: 15-30 वर्ष
कहानी / कविता की भाषा: हिंदी / English
कविता की लंबाई: अधिकतम 50 पंक्तियाँ
कहानी की लंबाई: अधिकतम 2000 शब्द
प्रवेश शुल्क: कोई शुल्क नहीं
कृति भेजने की अंतिम तिथि: 15-09-2024
कैसे भेजें:
अपनी कहानी / कविता टाइप करें और एक वर्ड डॉक्युमेंट या PDF में सेव करें।
अपनी कहानी / कविता के साथ अपना नाम, आयु, संपर्क विवरण और एक छोटी सी जीवनी भी शामिल करें।
अपनी कहानी / कविता kitaabeormai@gmail.com पर ईमेल करें या +91-7891133179 पर भेजें।
ईमेल के विषय में अपनी कृति के अनुसार “[आपका नाम] - हिंदी कहानी / English Story” या “[आपका नाम] - हिंदी कविता / English Poem” अवश्य लिखें।
हमारा उद्देश्य:
नये रचनाकारों को मंच प्रदान कर समाज के समक्ष प्रस्तुत करना है।
गूगल फॉर्म लिंक:
हम आपकी अनोखी रचनाओं का इंतजार कर रहे हैं!
संपर्क करें:
वेबसाइट: www.kitabeormai.in
ईमेल: kitaabeormai@gmail.com
फोन: +91-7891133179
Result Announcement
मंजुला 2024 के "नव सृजन के रंग" में आपका स्वागत है! इस संकलन में हमने नई पीढ़ी के प्रतिभाशाली लेखकों और कवियों की रचनाओं को सम्मिलित किया है। यह हमारा प्रयास है कि हम उभरती हुई प्रतिभाओं को एक मंच प्रदान करें, जहां वे अपनी अभिव्यक्तियों को पूरे देश के पाठकों के साथ साझा कर सकें।
इस संस्करण में शामिल सभी रचनाकारों ने अपनी लेखनी के माध्यम से समाज के विभिन्न पहलुओं, भावनाओं और विचारों को अनोखे अंदाज़ में प्रस्तुत किया है। हम आशा करते हैं कि इन रचनाओं को पढ़कर आप न केवल प्रेरित होंगे बल्कि इन युवा लेखकों की सृजनशीलता से भी जुड़ाव महसूस करेंगे।
चुने गए लेखकों के प्रति धन्यवाद:
हम मंजुला 2024 के इस विशेष संस्करण में शामिल सभी लेखकों का हार्दिक धन्यवाद करते हैं। आपकी सृजनशीलता और उत्कृष्ट रचनाओं ने इस संकलन को विशेष और सार्थक बनाया है। आप सभी की लेखनी ने साहित्य के इस मंच को नयी ऊँचाइयों तक पहुँचाया है, और हमें गर्व है कि हम आपकी अभिव्यक्तियों को पाठकों के सामने प्रस्तुत कर सके।
विशेष रूप से, हम आप सभी का धन्यवाद करते हैं, जिनकी रचनाएँ इस संकलन का हिस्सा बनीं। आपकी लेखनी ने न केवल हमारे इस प्रयास को सफल बनाया, बल्कि आने वाले समय के लिए साहित्य की नई दिशा भी तय की है।
आप सभी लेखकों को भविष्य के लिए ढेरों शुभकामनाएँ। हम आशा करते हैं कि आप अपनी रचनात्मक यात्रा को इसी उत्साह और समर्पण के साथ आगे बढ़ाएँगे और साहित्य के क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित करेंगे।

चुने गए लेखक व उनकी कृतियाँ:
धीरज शर्मा
कविता - एक आसरा
आशु सिंह
कविता - मंजिल से भटकता मैं
अमित कुमार कुशवाहा
कविता - अरण्य रोदन: आपातकाल की विकल वेदना
कविता - मृत्यु ध्वनि : भोपाल की कालरात्रि
हिमांशी सावलानी ‘प्रीत’
कविता - बुखार की शुरुआत
कहानी - किस्मत की कहानी
डॉ. अमृता कुशवाह ‘अनुकृता’
कविता - दस्तरस
चैताली थानवी
कविता - मन का डर
कहानी - टूटे हुए दिल
विशाल
कविता - मन
कविता - पंछी
आर्यन शर्मा
कहानी - ज्योतिष मिथक और रोमांस
नवीन कुमार भट्ट ‘नीर’
कविता - पिता
कविता - आंसू पश्चाताप
शिवानी ‘आरज़ू’
कविता - इश्क़ का रंग
चंचल शर्मा
कविता - तुम्हारा शुक्रिया कैसे करूं जो दुनिया में मुझे लाए हो तुम
कविता - वो बचपन लौट आए मेरा
डॉ. शशांक शर्मा ‘रईस’
कविता - तड़पते मयखाने
कविता - चाँदनी गढ़ती नव श्रृंगार की कहानी
चंदा झा
कविता - मै मिथिला की बेटी हूं
कविता - जीवन जीना सीखो
चारु वर्मा ‘चंदा’
कविता - जिंदगी क्या है?
तनीषा मंगल
कविता - कान्हा की बांसुरी
कविता - गुरु का ज्ञान
किरण जांगिड़ ‘किशोरी’
कविता - बंद दरवाजों के पीछे
कविता - कौन है तू?
धरा डागा
कविता - खुली खिड़कियाँ
युवराज सिंह
कविता - मन कि खिड़कियां
खुशी जांगिड़
कविता - जहां सोच वहां सृजन
मुस्कान सोनी ‘मोहिनी’
कविता - स्त्री समाज से पूछती है
तनिष्का पारीक
कविता - मिलूँगी तो कहूंगी ज़रूर
बबली शर्मा
कविता - औरत
शिखा सहल
कविता - में खुद खुद का दर्पण हूं
यशस्वी भारत
कहानी - अंधविश्वास का सामना : सच्चाई की ओर एक कदम
कविता - जाने दो
कविता कुमावत
कविता - तुम्हारी जिंदगी तुम्हें ही संभालनी होगी
कविता - कामयाबी
चाहत अग्रवाल
कविता - बेटी हुई है
दिव्या कुमावत
कविता - आज फिर कोटा
कविता - खोज अस्तित्व की
सुमन कुमावत
कविता - फिर कुछ याद आ जाता है और...
कविता - अपना प्रेम
धन्यवाद!
मंजुला 2024 टीम की ओर से
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