ब्राह्मणी और तिल के बीज - मित्र सम्प्राप्ति - पंचतंत्र
एक बार की बात है एक निर्धन ब्राह्मण परिवार रहता था, एक समय उनके यहाँ कुछ अतिथि आये, घर में खाने पीने का सारा सामान ख़त्म हो चुका था, इसी बात को लेकर ब्राह्मण और ब्राह्मण-पत्नी में यह बातचीत हो रही थी…..
{मित्र सम्प्राप्ति ~ पंचतंत्र} पं. विष्णु शर्मा