गौरैया और हाथी - मित्रभेद - पंचतंत्र
एक जंगल में एक पेड पर गौरैया का घोंसला था। एक दिन कडाके की ठंड पड रही थी। ठंड से कांपते हुए तीन चार बंदरो ने उसी पेड के नीचे आश्रय लिया। एक बंदर बोला “कहीं से आग तापने को मिले तो ठंड दूर हो सकती हैं।”….
{मित्रभेद~ पंचतंत्र} पं. विष्णु शर्मा