मूर्ख बातूनी कछुआ - मित्रभेद - पंचतंत्र
एक तालाब में कम्बुग्रीव नामक एक कछुआ रहता था। उसी तलाब में दो हंस तैरने के लिए उतरते थे। हंस बहुत हंसमुख और मिलनसार थे। कछुए और उनमें दोस्ती होते देर न लगी। हंसो को कछुए का धीमे-धीमे चलना और उसका भोलापन बहुत अच्छा लगा……
{मित्रभेद~ पंचतंत्र} पं. विष्णु शर्मा