SIYAR KI RANNEETI - LABDH-PRANASH - PANCHTANTRA
- Kitabeormai Publications
- Jun 18, 2021
- 4 min read
Updated: Jul 10, 2022

एक जंगल में महाचतुरक नामक सियार रहता था। एक दिन जंगल में उसने एक मरा हुआ हाथी देखा। उसकी बांछे खिल गईं। उसने हाथी के मृत शरीर पर दांत गड़ाया पर चमड़ी मोटी होने की वजह से, वह हाथी को चीरने में नाकाम रहा….
{लब्ध-प्रणाश ~ पंचतंत्र} पं. विष्णु शर्मा