top of page
Product Page: Stores_Product_Widget

वेश्याओं के सम्बन्ध में उनकी निन्दा के अतिरिक्त और कुछ भी लिखना आमतौर पर निन्दा का विषय माना जाता रहा है। स्त्रियों को खरीदने-बेचने का धन्धा करनेवाले स्त्री-पुरुषों को आजीवन कारावास की सजाएँ देनी चाहिए। लोकतन्त्रीय शासन में ऐसी बहुत गुंजाइश होती है, जिससे कि जनता और जनता की सरकार साथ-साथ पूरे जोश से कई समाजव्यापी आन्दोलन चलाकर सफलता प्राप्त कर सकती हैं। वेश्याओं के प्रति आकर्षण और वेश्यागामिता के प्रति संकोच- भाव दोनों साथ-ही-साथ मानव सभ्यता के इतिहास में चलते रहे हैं। मेरा अपना विचार तो यह है कि इस सामाजिक संकोच ने वेश्याओं के प्रति मानव-आकर्षण को बढ़ावा दिया है। जो हो, अब तो दुनिया भर में क़रीब क़रीब हर जगह सरकारें वेश्यावृत्ति के ख़िलाफ़ जोरदार जेहाद बोल रही हैं।

ये कोठेवालियाँ | Ye Kothewaliyan

SKU: 9788180313134
₹175.00 Regular Price
₹157.50Sale Price
Out of Stock
  • Author

    Amritlal Nagar

  • Publisher

    Lokbharti Prakashan

  • No. of Pages

    198

No Reviews YetShare your thoughts. Be the first to leave a review.

RELATED BOOKS 📚 

bottom of page