किस प्रकार एक संघर्षशील व्यक्ति, जो स्वभाव से अपराधी नहीं है, अनायास ही अपराध की धुरी लेकर एक ऐसा जाल बुनता . है, जिस में वह स्वयं तो फँसता ही है, अपने पूरे परिवार को भी लपेट में ले लेता है; इसका सूक्ष्म विवरण इस कृति में है ।
आधुनिक हिन्दी के सबसे वेधक, विचारोत्तेजक, रोचक उपन्यासों के बीच 'वध' का स्थान सुरक्षित है ।
वध । Vadh
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Manahar Chouhan
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