स्वामी एक चुलबुला और शरारती लड़का है जिसका एकमात्र मकसद है अपने दोस्तों के साथ मस्ती करना एवं स्कूल और होमवर्क से पीछा छुड़ाना। लेकिन स्वामी की एक मासूम शरारत उसे मुसीबत में डाल देती है और नौबत यहाँ तक आ जाती है कि उसे घर से भाग जाना पड़ता है...
अपने अनूठे अंदाज़ में लिखा आर. के. नारायण का यह उपन्यास उनकी पुस्तक मालगुडी की कहानियों की तरह ही अत्यंत मनोरंजक है, जो कभी तो पाठक के चेहरे पर हंसी लाता है और कभी स्वामी का दुःख उसके मन को छू लेता है।
साहित्य अकादमी से पुरस्कृत लेखक आर. के. नारायण की अन्य प्रसिद्ध पुस्तकें हैं : गाइड, मालगुडी की कहानियाँ, डार्क रूम, मिस्टर बी. ए., नागराज की दुनिया, मालगुडी का प्रिन्टर, इंग्लिश टीचर, महात्मा का इन्तज़ार, मालगुडी का मिठाईवाला, इंग्लिश टीचर, मालगुडी का चलता पुर्जा, मालगुडी का मेहमान, बरगद के पेड़ तले, मेरी जीवन गाथा और नानी की कहानी।
स्वामी और उसके दोस्त | Swami aur uske dost
R.K. Narayan